Check out this blog "बत्तीसयाँ वार्षिक अधिवेशन व तीन दिवसीय नि:शुल्क प्राकृतिक चिकित्सा by डा.राजपुरोहितस चिकित्सा आगरा " http://rajpurohitsamaj-s.blogspot.com/2017/12/by.html
"पिता धर्मः पिता स्वर्गः पिता हि परमं तपः।
-
"पिता धर्मः पिता स्वर्गः पिता हि परमं तपः पितरि प्रीतिमापन्ने प्रीयन्ते
सर्व देवता"
पिताजी के वो डांट फटकार ओर शब्द .. जो बचपन में सिर्फ "खराब शब्द" लगे ...
14 घंटे पहले
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (19-12-2017) को "ढकी ढोल की पोल" (चर्चा अंक-2822) पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
उत्कृष्ट व प्रशंसनीय प्रस्तुति........
जवाब देंहटाएंनववर्ष 2018 की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ नई पोस्ट पर आपके विचारो का इंतजार।सादर...!