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मंगलवार, 25 सितंबर 2012

लेखन मौलिक होना चाहिए....साहित्य --लेखक व समाज -व्यक्ति का सम्बन्ध ....डा श्याम गुप्त ..

लेखन मौलिक होना चाहिए.......लेखन का महत्त्व ---साहित्य क्यों व कैसा हो ....लेखक क्यों व कैसा हो ...साहित्य --लेखक व समाज -व्यक्ति का सम्बन्ध ......  
                                                         ---------------------- आचार्य महाश्रमण का संबोधन

6 टिप्‍पणियां:

  1. उनकी स्याही चरित्र की होनी चाहिये जिससे लेखन चिरस्थायी होता है…………ये है सबसे बडे पते की बात ।

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  2. धन्यवाद वन्दना जी एवं मनु जी....सही कहा पते की बात है...चरित्र ही तो सब कुछ है ...जो आजकल पाश्चात्यीकृत-चरित्रहीन-बाजारवाद के कारण गिरता जा रहा है ....

    जवाब देंहटाएं

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