नए या पुराने ब्लोगर्स हों कई बार ब्लोगिंग करते करते ही ब्लोगिंग से मोह भंग हो जाता है.इसकी भी बहुत सारी वजह होती है.मैंने बहुत सारे ब्लोगर्स को मायूस होते देखा है.वो ब्लोगिंग छोड़ देते हैं.या फिर इंटरनेट पर आना ही बंद कर देते हैं.आइये आज इसी विषय पर गौर कर लें.शायद किसी मायूस ब्लोगर्स को ब्लोगिंग जारी रखने का नया जज्बा मिले.
ब्लोगिंग से जल्दी मोह भंग होने के कुछ कारण होते हैं.आइये उनपर नज़र डालते हैं.
१.समय का अभाव
ये प्रोब्लम किसी किसी को ही होती है,ज्यादातर तो अपनी ब्लॉग के लिए ही सबसे ज्यादा टाइम निकालते हैं.बाकि कामो के लिए समय निकले ना निकले.लेकिन कई बार ऐसा भी होता है की ब्लोगर अपनी ब्लॉग को समय दे नही पाता ,जिससे उसकी ब्लॉग के काफी पाठक टूट जाते हैं.नियमित रूप से पोस्ट करते रहने से पाठक बने रहते हैं.या हफ्ते में एक पोस्ट तो जरुर कर ही देनी चाहिए.और अपने ब्लॉग के लिए समय निकालना चाहिए.रात में ही सही कुछ देर के लिए अपनी ब्लॉग को भी समय देना चाहिए.
२.ब्लॉग का प्रमोशन ठीक से ना होना .
ब्लॉग का सही प्रमोशन नही होने के कारण पाठक इनके ब्लॉग पर आ नही पाते.ये पोस्ट पर पोस्ट तो करते ही चले जाते हैं ,लेकिन इनकी पोस्ट को पढने वाले बहुत ही कम होते हैं.ब्लॉग चाहे कैसी भी हो अगर उसका प्रचार प्रसार सही तरीके से किया जाये तो उसका ट्राफिक बढ़ ही जाता है.क्या आप देखते नही हैं की आज कल कोई भी फिल्म बनती है उसके बाद उसकी पूरी यूनीट उसके प्रमोशन के लिए शहर शहर मारे मारे फिरते हैं और फिल्म का प्रमोशन करते हैं.चाहे फिल्म हिट हो या फ्लॉप लागत निकाल ही लेती है.इसी तरह ब्लॉग का हाल है.जितना ज्यादा प्रचार होगा उतने ज्यादा पाठक आयेंगे.मेरा मानना है की आप कितना भी अच्छा लिख डालें जब तक आप अपने ब्लॉग का सही प्रचार नही करेंगे ,कितना ही जोर लगा लें पाठक नही आयेंगे.आज कल वो दौर गया जो लेखन की महानता को देख कर पसंद करता था ,आज कल सिर्फ और सिर्फ प्रचार बिकता है.लेकिन अच्छा लेखन भी उतना ही जरुरी है जितना ब्लॉग का प्रचार.क्यूँ की आपके प्रचार प्रसार से लोग ब्लॉग पर आयेंगे और उन्हें अपनी मर्जी का मेटेरियल नही मिलेगा तो वो दुबारा लौटकर नही आयेंगे.
इस बारे में तो मै दो पोस्ट भी कर चुका हूँ आप इनको पढ़ सकते हैं.जिनमे मैंने काफी तफसील से इस बारे में रौशनी डालने की कोशिश की है.उन पोस्ट का नाम है,,,,,
''सामूहिक ब्लॉग में शामिल होने के फायदे ''
''ब्लॉग ट्राफिक बढ़ाने के लिए कुछ टिप्स ''
इन्ही नामो के साथ इन पोस्ट्स के लिंक्स भी हैं आप इन पर क्लिक करके इन पोस्ट को पढ़ सकते हैं.
३.पोस्ट पर कमेंट्स ना आना .
इसको आप सबसे बड़ा कारण भी समझ सकते हैं ,जिसकी वजह से काफी ब्लोगर्स का मोह भंग हो गया है.और ब्लोगिंग छोड़ बैठे हैं.इसकी वजह है की ये मायूस ब्लोगर महाशय खुद किसी भी ब्लॉग पर कमेंट्स करना पसंद नही करते और दूसरों से ये तमन्ना रखते हैं की वो इनके ब्लॉग पर आयें और अपने विचारों से अवगत कराएँ.कमेंट्स के बारे में भी मैंने एक पोस्ट की थी ,जिसका काफी अच्छा रेस्पोंस मिला था.वो पोस्ट ब्लोगर्स के लिए काफी लाभदायक है.आप उसे पढ़ें उसमे कमेंट्स के बारे में मैंने तफसील से समझाने का प्रयास किया है.वो पोस्ट ये है ''टिपण्णी कैसे करनी चाहिए ''
आप इसे भी पढ़ सकते हैं.ये काफी दिलचस्प पोस्ट है.साथ ही उपरोक्त दोनों पोस्ट में भी इस बारे में काफी कुछ मिल जायेगा.
४.सामूहिक ब्लोग्स में शामिल ना होना.
जैसा की मैंने पहले भी बताया था की ब्लोगर्स के लिए सामूहिक ब्लोग्स में शामिल होना काफी जरुरी होता है ,क्यूँ की यहीं से ब्लोग्स का सही प्रचार प्रसार होता है.सामूहिक ब्लोग्स को खुद भी ज्वाइन करना चाहिए और अपनी ब्लॉग के लिंक को सामूहिक ब्लॉग में लगवाना चाहिए.ताकि सामूहिक ब्लॉग से फायदे मिलें. ''सामूहिक ब्लॉग में शामिल होने के फायदे'' भी पढ़ लें.ताकि आपको इसका भी अंदाज़ा हो जाये की सामूहिक ब्लॉग असल में ब्लोगों की प्रमोशन गाह है.
५.ब्लॉग प्रमोशन के हर तरीके नही अपनाना .
ब्लॉग प्रमोशन के बहुत सारे तरीके हैं जिनसे आप अपनी ब्लॉग के ट्राफिक को काफी हद तक बाधा सकते हैं.ये तरीके आपको तकनिकी ब्लोग्स पर मिल जायेंगे.इन तरीकों को पढ़ और समझ कर इनके मुताबिक काम करना चाहिए ताकि ब्लॉग का सही प्रमोशन हो ब्लॉग नए नए लोगों तक पहुंचे.बेशुमार तरीके हैं आप तकनिकी ब्लोग्स पर जाकर पढ़ें तो सही ना.
गूगल ,याहू ,बिंग ,और कई वेबसाइट्स पर जाकर अपनी ब्लॉग को जमा करवाना चाहिए ताकि ये वेबसाइट्स अपने सर्च में आपके ब्लॉग का भी रिजल्ट दिखाएँ.साथ ही सोशल वेबसाईट ,जो की फ्लॉप फिल्म को भी हिट करवा देती हैं ,तो आपके हिट ब्लॉग को सुपर हिट कैसे नही बना सकतीं.आप भी सोशल मिडिया से खूब खूब फायदे उठाइए.और सोशल वेबसाइट्स पर अपने ब्लॉग का खूब प्रचार प्रसार कीजिये.
६.पाठकों द्वारा ब्लॉग ज्वाइन ना करना.
एक वजह तो ये भी है जिससे ब्लोगर का दिल टूट जाता है.की पोस्ट की संख्या १०० से बाहर हो चुकी होती है लेकिन फोलोवर्स की संख्या बढ़ने का नाम ही नही लेती.इसका इलाज ये है की आप खुद सबसे पहले दुसरे ब्लोग्स को ज्वाइन करें.आप जितने ज्यादा ब्लोग्स को ज्वाइन करेंगे उतने ज्यादा लोग आप से भी जुड़ेंगे.साथ ही आप दुसरे ब्लोग्स पर भी जाएँ ,वहां उनकी पोस्ट भी पढ़ें ,अपने विचार भी रखें.और साथ ही अपने ब्लॉग का लिंक भी छोड़ें.ताकि इस तरह वो आपके ब्लॉग तक पहुँच सकें. इस तरह भी आपके ब्लॉग का प्रमोशन होगा.
आखिरी अर्ज़ :
दोस्तों ,हम ब्लॉग के लिए इतनी मेहनत करते हैं ,अच्छी अच्छी पोस्ट लिखते हैं ,उसे सजाते संवारते हैं ,उसका प्रचार प्रसार भी सही समय पर सही तरीके से करते हैं,दूसरों के ब्लोग्स पर जा जाकर कमेंट्स भी करते हैं ,इसके बाद भी कई ऐसी बातें, सोचें ,कुछ कड़वाहटें आ जाती होंगी जिससे हमारा ब्लोगिंग से मोह भंग हो जाता है.और अक्सर लोग जो जोशो खरोश से ब्लोगिंग में आये थे ,मायूस होकर लौट गये.मैंने खुद देखा है कई एक से एक बेहतरीन ब्लोग्स आज सूनी पड़ी हैं ,लम्बे समय से वहां पर कोई पोस्ट्स नही आई हैं,जो इस बात को दर्शाती हैं की इस ब्लॉग के ब्लोगर इसे बीच राह छोड़कर जा चुके हैं.तो कुछ मायूस होकर ब्लोगिंग छोड़ चुके हैं.इनकी मेहनतों को इनके ब्लोग्स पर देखकर ,फिर इनकी मायूसी को देखकर बड़ा दुःख होता है.बस सेवा भाव से लिखें टिप्पणी या कमेंट्स के लिए ना लिखें ,आप कभी मायूस नही होंगे.अगर आप कमेंट्स पर यकीन रखेंगे तो शायद हो सकता है की आपका भी जल्द ही ब्लोगिंग से मोह भंग हो जाये.आप अच्छा लिखते हैं ,और पाठक उसे पढने आते हैं यही उनका प्यार है.कमेन्ट देने या ना देने से कोई फर्क नही पड़ता.उम्मीद करता हूँ की आपको आज की मेरी छोटी सी कोशिश जरुर पसंद आई होगी.अब इजाजत चाहता हूँ.
शब बखैर.
''आपको ये पोस्ट कैसी लगी ? अपनी राय निचे कमेन्ट बॉक्स में जरुर दें.और अगर आपको एक ब्लॉग सबका पसंद आई ,तो आज ही ज्वाइन कर लीजिये ,और इमेल्स के जरिये नई पोस्ट्स प्राप्त कीजिये.अगर आप मेरी कोशिशों को पसंद करते हैं तो आज ही मेरे साथ ''मोहब्बत नामा '' और ''मास्टर्स टैक '' पर भी जरुर जुड़िये.ये मेरे ब्लोग्स हैं ,आप सभी का जहाँ दिल से स्वागत है.वेलकम ,स्वागतम ,खुश आमदीद.
बढ़िया आलेख!
जवाब देंहटाएंबहुत सार्थक और उपयोगी आलेख....
जवाब देंहटाएंअच्छा विश्लेषण....
जवाब देंहटाएंइस पोस्ट में भी आपने दूसरी पोस्ट के प्रमोशन की चालाकी करी।:) सब लिंक पढ़ें तब जाकर इस पोस्ट को पूरी तरह समझ पायें। क्या ऐसा नहीं हो सकता था कि आप मेहनत करके सभी लिंक्स का सार लिखते?
जवाब देंहटाएंकुछ लोग ऐसे भी है की कमेंट्स देने बाद भी दूसरों की पोस्ट पर नही जाते,अपनी ही पोस्ट में कमेंट्स के नीचे आभार व्यक्त कर देते है,,,,मेरा मानना है की अगर कमेंट्स लौटा नही सकते तो अपने कमेंट्स बाक्स के ऊपर साफ़ तौर से लिक्ख दे की हमसे कमेंट्स की आशा न रखे,,
जवाब देंहटाएंकई लोग तो कमेंट्स बाक्स के उपर कमेंट्स के लिए आमंत्रित भी करते है,लकिन दूसरों के पोस्ट पर नही आते,,,,,मेरा मतलब दूसरों से कमेंट्स की पाने की आशा रखते है किन्तु कमेंट्स देते नही,,,,
RECENT POST...: जिन्दगी,,,,
कुछ लोग ऐसे भी है की कमेंट्स देने बाद भी दूसरों की पोस्ट पर नही जाते,अपनी ही पोस्ट में कमेंट्स के नीचे आभार व्यक्त कर देते है,,,
हटाएंAgree .
:)
sarthak post .**बाबा भाग न जाना !
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट कल 9/8/2012 के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
चर्चा - 966 :चर्चाकार-दिलबाग विर्क
बहुत बढ़िया सार्थक जानकारी ..
जवाब देंहटाएंइसके साथ ही स्वयं की व्यस्तता के कारण भी ब्लॉग से दूरी बन जाना भी एक कारण हो सकता है... मेरे साथ तो यही प्रॉब्लम आड़े आती है ..
ब्लॉग बुलेटिन की पूरी टीम की ओर से काकोरी कांड की ८७ वी वर्षगांठ के इस पावन अवसर पर सभी जांबाज क्रांतिकारियों को शत शत नमन | इस अवसर पर तैयार की गयी ब्लॉग बुलेटिन, काकोरी कांड की ८७ वी वर्षगांठ - ब्लॉग बुलेटिन, के लिए, आप की पोस्ट को भी लिया गया है ... पाठक आपकी पोस्टों तक पहुंचें और आप उनकी पोस्टों तक, यही उद्देश्य है हमारा, उम्मीद है आपको निराशा नहीं होगी, टिप्पणी पर क्लिक करें और देखें … धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंबिलकुल सही करण गिनवाएं हैं आपने .....पूर्णतया सहमत हूँ आपसे !
जवाब देंहटाएंभाई बहुत सार्थक और उपयोगी आलेख और अच्छा विश्लेषण किया है आपने और मै तो समय के अभाव के कारण और आगरा से बाहर होने के कारण ब्लॉग पर पोस्ट नहीं करता....
जवाब देंहटाएंभाई अभी आगरा से बाहर हु इस लिए ब्लॉग पर नहीं आ सका मेने आपकी सभी पोस्ट पढ़ी लेकिन मोबाइल से इस लिए टिप्पणी नहीं कर पाया....सवाई
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