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    3 हफ़्ते पहले

शनिवार, 7 जुलाई 2012

ईश्वर कण ...डा श्याम गुप्त ...

                                  ईश्वर कण
                                 (  श्याम सवैया छंद )
                   (  ऋग्वेद के मंडल-१० -पुरुष व पृथ्वी सूक्त ...के अनुसार वह अव्यक्त तत्व....भारहीन,  अव्यय, अशब्द, अगम्य, अगोचर है| जब वह व्यक्त होता है तो भार व गति उत्पन्न करके अनंत ऊर्जा व अर्यमा (प्रकाश कण ) आदि प्रारंभिक  कण उत्पन्न करता है जिन्हें भार व गति प्रदान करता है | ये अर्यमा (प्रकाश कण ) व अन्यकण व  ऊर्जा संयुक्त होकर आगे परमाणु-पूर्व कण ....फिर इलेक्ट्रोन , न्यूट्रोन, प्रोटोन---परमाणु...अणु  आदि .....विस्तार से ..मेरे  सृष्टि महाकाव्य में  पंचम अशांति खंड में अथवा मेरे ब्लॉग विजानाति-विजानाति-विज्ञान ...व हिंदी हिन्दू हिन्दुस्तान में  पढ़ें )

ढूंढ  लियो  बोसोन, कहें  करि खोज लई   ईश्वर-कण  की |
कण-कण में ईश विराजत है, बचपन से  सुनी हम  शास्त्रन की |
वो अनित्य है, अव्यय, अरूप, अशब्द, अगम्य, अगोचर सुनते रहे हैं |
वह  आनंदी-सूत, स्वधया- तदेकं, सदाधार ब्रह्म है गुनते रहे हैं ||


वही   ब्रह्म है सब के भार का भार,औ रूप का रूप रचावन हारा |
है कण कण का मूलाधार वही, कण-रूप औ सृष्टि सजावन हारा |
है भी, नहीं भी, सूर्यस्य-सूर्य औ  दृष्टि की दृष्टि  कहाता वही है |
अणु  का भी है अणु, विभु से भी है विभु,यह सारा साज सजाता वही है ||


रच श्याम ने सृष्टि का काव्य यथा, इस कण की ही तो महिमा गाई है |
कवि लाल  'सृजन के पल' में भी , इसी तत्व की गुण-गाथा छाई है |
वो सदा से उपस्थित, कण का भी कण, युग-युग से सृष्टि सजाता रहा है |
जिस  मानव ने खोजा 'बोसोन . उस मानव को  भी बनाता रहा है ||
 

16 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत ही सुन्दर ढंग से 'ईश्वर कण'
    को अभिव्यक्त किया है आपने डॉ.साहिब.

    समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईएगा.
    'अव्यय' पद पर अपने सुविचार प्रकट कीजियेगा.

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत खूब, वाह ! सुन्दर पंक्तियाँ.
    कृपया इसे भी पढ़ें http://rajpurohitagra.blogspot.in/2012/07/blog-post_04.html

    जवाब देंहटाएं
  3. क्या बात है वाह!
    आपकी यह ख़ूबसूरत प्रविष्टि कल दिनांक 09-07-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-935 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ

    जवाब देंहटाएं
  4. क्या बात है वाह!
    आपकी यह ख़ूबसूरत प्रविष्टि कल दिनांक 09-07-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-935 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. ईश्वर कण -डॉ. श्याम गुप्त ...रचना को शामिल करने के लिए धन्यवाद श्री चन्द्र भूषण मिश्र जी

      हटाएं
  5. वाह क्या बात है.बहुत सुन्दर रचना.मै भी सबका ब्लॉग में शामिल होना चाहता हूँ.


    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. धन्यवाद डॉक्टर साहब ,आपने मास्टर्स टेक को भी यहाँ शामिल कर लिया.मेरी और से आपको शुभकामनायें.मै मोहब्बत नामा ब्लॉग अपडेट्स पर एक ब्लॉग सबका का अपडेट आज से ही लगा रहा हूँ.उसके बाद यहाँ की हलचल रोजाना मोहब्बत नामा पर भी अपडेट्स होती रहेगी.साथ ही मैंने सबका ब्लॉग ज्वाइन कर लिया है.जब ये सबका है तो मेरा भी है.

      मोहब्बत नामा
      मास्टर्स टेक टिप्स





      मोहब्बत नामा
      मास्टर्स टेक टिप्स

      हटाएं
  6. बहुत ही सुन्दर रचना .पोस्ट करने के लिए शुक्रिया

    जवाब देंहटाएं

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