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    1 माह पहले

बुधवार, 28 सितंबर 2011

सच मे हमारा भारत महान है...

एक देश जहाँ पिझ्झा अँम्बुलन्स के पहले घर पहुचता है....
जहाँ कार लोन 7% और एजुकेशन लोन 12% है.. ...
जहाँ चावल
Rs.40/kg मे मिलता है और 
सिम कार्ड फ्री...
जहाँ लोग दुर्गा की पुजा करते है और

लडकी पैदा होने पे उसका खुन..
जहाँ ऑलंपिक शुटर को स्वर्ण पदक जितने पे सरकार 3 करोड देती है!  
और दुसरा शुटर जो आतंकवादी से लढते शहिद होता है उसे 1 लाख.. 
सच मे हमारा भारत महान है...

 प्लिज... इस पोस्ट को इतना फॉरवर्ड करो की अपना P.M भी पढे..

   
अगर मै गलत हूँ तो कृपया अपने विचार जरुर लिखे 
अगर आप मुझसे सहमत है तो 
वन्देमातरम
जय हिंद  जय भारत
भारतीय मूल की रक्षा के लिए प्रयास करें!

5 टिप्‍पणियां:

  1. आप कहना का चाहते हैं..? सब ठीके तो हो रहा है..

    (1)पिझ्झा पहिले आयेगा तबही न खा-पी के अस्पताल जायेंगे।
    (2)एजुकेशन लोन एक्के बार न लोगे भैया और ऊ भी कौन तुरत फुरत चुकाना शुरू करोगे कार लोन सस्ती होगी तबही न दो-चार किनेंगे।
    (3)लो कर लो बात.. सिम कार्ड फ्री नहीं बाटेंगे तो आप का बतियाएंगे और का देंगे हमका ?
    (4) लड़की बड़ा करने में बहुते झमेला है। जैसे तैसे बड़ा किया तो शादी नहीं होने दोगे। इत्ता दहेज मागोगे कि घर बिक जाये ओर बाप जीते जी मर जाय। शादी नहीं करी, लड़की परेशान हो किसी लड़के संग भाग गई तो भी उसे जीने नहीं दोगे। कहोगे..अच्छे संस्कार नहीं दिये होंगे बाप ने। अब बताओ कुल झंझट खतम करे का खातिर बाप के मन में पाप आइये गया तो का ऊ अकेले गुनहगार हो गया? और ई जो समाज है ऊ फिर से वही दूध का धुला ?
    (5) सेती में नहीं धनी हो गया भारत। आधुनिक अर्थ व्यवस्था में सरकार मानवीय नहीं व्यापारी नज़रिया रखना पड़ता है। आतंकवादी से लड़ते तो रोजे शहीद होना है, स्वर्ण पदक का रोज-रोज पायेंगे? दे दिया एक बार तीन करोण..।
    ....मेरा भारत महान। जय हिंद।

    जवाब देंहटाएं
  2. बिलकुल ठीक लिखा आपने . मैंने किसी ट्रक पर लिखा हुआ देखा -
    सौ में नब्बे बेईमान
    फिर भी मेरा भारत महान .

    जवाब देंहटाएं

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