भगवान श्री कृष्ण जी जिन्होंने दुष्टों व राक्षसों का नाश किया रोहणी अष्टमी को उन का जन्मोत्सव है उन के जन्मोत्सव को इसी रूप में मनाना हर हिन्दू का कर्तव्य है कि उन से प्रेरणा ले कर हम सब हिन्दू धर्म की रक्षा का इस अवसर पर प्रण लें क्यों कि भगवान इसी हेतु प्रथ्वी पर प्रकट हुए थे वर्तमान समय में केवल झांझ बजाने से या कीर्तन करने से दुष्टों का नाश नही होगा या खाली व्रत करने भर से दुष्ट सुधर जायेंगे यह भूल हम बहुत कर चुके हैं अब जागने का अवसर हैं आओ अपने धर्म की रक्षार्थ उठें और धर्म की रक्षा करें यही जन्मोत्सव की सार्थकता होगी तभी भगवान हम से प्रसन्न होंगे जब हम उन के कार्यों को करेंगे और धर्म विरोधियों का नाश ही भगवान का वास्तविक कार्य है |
यह सच है कि दीन- हीन में दीनानाथ बचते हैं।
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।!*आज का सुविचार!।*
*दूसरे व्यक्ति को उसके दुख से बाहर निकालने से बड़ा और बेहतर कोई काम नही!
दुनिया में आने वाले सभी अवतार/ सन्त महात्मा ने यही किया!*
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2 माह पहले
जन्माष्टमी मुबारक !बाबा राम देव अलख जगा चुकें हैं .पाप का घडा एक दीं भरता ज़रूर है .गुस्सा देखा मम्मी जी का आडवाणी जी पे कैसा बरसीं (हिंदी सीख गईं हैं )?आडवाणी जी ने क्या गलत कहा था यू पी ए टू(सन्दर्भ २००८ जब सांसद खरीद फ़रोख हुई थी )और असम सरकार जो बांग्ला देशी वोटों से बनी है दोनों अवैध हैं बोडो की खेती बाड़ी भी छीन ली .एक यहाँ मुख्यमंत्री हुए थे कहते थे मुझे कोई नहीं हटा सकता मेरे पास बिहारी मजदूर और बांग्ला देशी हैं जितने मर्जी दाखिल होने दूं असम में ऐसी सरकार अवैध न होगी तो क्या होगी .
जवाब देंहटाएंआपने सही कहा की"भगवान श्री कृष्ण जी जिन्होंने दुष्टों व राक्षसों का नाश किया रोहणी अष्टमी को उन का जन्मोत्सव है उन के जन्मोत्सव को इसी रूप में मनाना हर हिन्दू का कर्तव्य है कि उन से प्रेरणा ले कर हम सब हिन्दू धर्म की रक्षा का इस अवसर पर प्रण लें क्यों कि भगवान इसी हेतु प्रथ्वी पर प्रकट हुए थे "...बहुत सुन्दर प्रस्तुति..
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